पहले पत्नी, फिर दोस्त और आखिर में चड्ढा परिवार को धोखा देकर पहुंचा जेल

देहरादून रिश्तों, शादी और दोस्ती में छल कर आगे बढ़ने की फितरत ने कुलविंदर उर्फ करन को हवालात की सीखचों के पीछे पहुंचा दिया। करन की जिंदगी के कई किस्से साबित करते हैं कि वह विश्वासघात में माहिर था। उसने पहले अपनी पत्नी को छोड़ा, फिर दोस्त के तलाक की वजह बना और फिर उसी की पत्नी के साथ लिव इन रिलेशन में रह रहा था। अंत में चड्ढा परिवार के विश्वास का गला घोंट गुलशन चड्ढा को मौत के घाट उतार दिया। चड्ढा परिवार अब उस पल को कोस रहा है, जब आरोपी के कदम पहली बार घर में पड़े थे। अमृतसर के संपन्न परिवार के बेटे कुलविंदर उर्फ करन की जिंदगी कई जंजालों में उलझी है। कैटरिंग का काम शुरू करने पर परिवार ने उसकी शादी पूजा सहगल से करा दी थी। एक बेटी पैदा होने के बाद दोनों के रिश्ते में विश्वास का संकट पैदा हो गया। नतीजा यह हुआ कि दोनों की राह अलग हो गई। करन के हरकतों को लेकर परिवार ने भी उससे दूरियां बढ़ा ली। इसी दौरान उसकी पहचान कैंटरिंग का काम करने वाले कुनाल शर्मा से हुई। इस कारण उसका कुनाल के घर आना-जाना शुरू हो गया। नतीजा यह हुआ कि कुनाल का अपनी पत्नी से तलाक हो गया। कुनाल की पत्नी अपने मायके आ गई। तलाक के बाद कुनाल की पत्नी और कुलविंदर के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं और दोनों लिव इन रिलेशन में आ गए। इसी दौरान दून विहार में रहकर आरोपी ने नए सिरे से कैटरिंग का काम शुरू कर दिया। पीजी में बच्चों को भोजन सप्लाई करने के दौरान वह चड्ढा परिवार के संपर्क में आया। चड्ढा के मकान में दो छात्र किराए पर रहते हैं। पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे बताती हैं कि आरोपी करन अपने व्यवहार की वजह से कुछ दिनों में ही चड्ढा परिवार की आंख का तारा बन गया था। बेटे की शादी में कैटरिंग के बाद तो उसका घर में आना-जाना बढ़ गया। पूरे परिवार से अपनत्व मिलने के बाद भी कुलविंदर रिश्तों में छल करने की आदत से बाज नहीं आया। कर्ज का थोड़ा दबाव बढ़ा तो आरोपी ने चड्ढा परिवार को भी लूटने की ठान ली। इसी चाह में उसने बेकसूर गुलशन चड्ढा की जिंदगी छीन कर हंसते-खेलते परिवार की खुशियां छीन ली।