पर्यावरण संरक्षण परिषद के अध्यक्ष विश्वास डाबर ने बुधवार को पर्यावरण विभाग की टीम के साथ शीशमबाड़ा स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्लांट में कई तरह की खामियां पाई गईं। लिचेंट ट्रीटमेंट प्लांट बंद मिला। साथ ही कई कबाड़ी प्लांट में कूड़ा बीनते मिले।
परिषद के अध्यक्ष विश्वास डाबर ने कहा कि प्लांट में मिली खामियों को एनजीटी के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि प्लांट से निकलने वाले आरडीएफ कचरे का प्लांट के भीतर ही निस्तारण किया जा रहा है। जबकि, इसके निस्तारण की अलग से व्यवस्था होती है। कहा कि प्लांट के भीतर 50 फीट से ऊंचा कूड़े का पहाड़ है। प्लांट में काम करने वाले व्यक्ति बिना मास्क, दस्ताने और मेडिकल किट के काम कर रहे हैं। इससे उनकी जान को खतरा बना हुआ है। वहीं, प्लांट के विरोध में क्षेत्रीय लोगों को धरना 164वें दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारियों ने मांग के समर्थन में जल्द सीएम आवास घेराव की चेतावनी दी है।
धरना देने वालों में सतपाल धानिया, विनोद चौहान, नीलम थापा, सुधा रावत, आशा रवत, सपना शर्मा, राजेश शर्मा, रीता शर्मा, प्रेम सिंह नेगी, अरविंद शाह, अमित नेगी, खुर्शीद हाजी, मुकर्रम, कमलजीत सिंह, उमा पंवार, पूरण सिंह, सुशील सेमवाल, बीना बमराड़ा, सुनीता कैंतुरा, दीपा जोशी, जितेंद्र गुप्ता, संदीप भंडारी, कुसुम भट्ट, अंश रावत, पूनम पंवार, शशि कुमार, सीएम जोशी आदि शामिल रहे।